आदरणीय श्री धरमविर मिणा,
जनरल मॅनेजर,
मध्य रेल्वे,
छत्रपती शिवाजी महाराज टर्मिनस, मुंबई 400001
विषय : कोल्हापूर-मुंबई वंदे भारत और पुणे-हुबली वंदे भारत अलग दो रेल गाडी चलाने की मांग
आदरणीय मंत्री महोदय
कोल्हापूर-सांगली-पुणे-मुंबई रेल मार्ग का बिजलीकरण सन 2020 मे पूर्ण हुआ है.
मुंबई-सांगली-कोल्हापूर वंदे भारत और हुबली-सांगली-पुणे 558 किलोमिटर वंदे भारत प्रस्तावित है.
लेकिन मध्य रेलने पुणे-सांगली-हुबली 558 किलोमिटर रुट के बजाय पुणे-सांगली-मिरज-कोल्हापूर-मिरज-हुबली 654 किलोमिटर लंबे रुटसे वंदे भारत चलाने का फैसला लिया है. यह फैसला गलत है.
इस फैसले से पुणे-हुबली वंदे भारत 8 घंटे की बजाय 10 घंटे लेगी. पुणे-हुबली वंदे भारत गाडी रेग्युलर एक्सप्रेस गाडी जितना ही समय लेगी. इसलिये कर्नाटक के हुबली धारवाड बेलगाव के यात्री ईस लंबे रूटकी वंदे भारत का विरोध कर रहे है. अगर ये वंदे भारत लंबे रुटसे शुरू हुई तो ज्यादा समय लगने से कर्नाटक के यात्री वंदे भारत गाडी से प्रवास नही करेंगे और ये गाडी खाली जायेगी.
महाराष्ट्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण कोल्हापूर-मुंबई वंदे भारत शुरू करना है. कोल्हापूर से मुंबई के लिए सबसे जादा मांग है. लेकिन पुणे-हुबली वंदे भारत को पुणे कोल्हापूर मार्गपर चलाने का कोई फायदा नही है. कोल्हापूर-पुणे वंदे भारत के बजाये कोल्हापूर-मुंबई वंदे भारत की जरूरत है.
इसलिये हम आपसे अंतःकरण पूर्वक विनंती करते है की निम्नलिखित दो अलग वंदे भारत गाडी शुरू की जाये :
1) कोल्हापूर-सांगली-पुणे-मुंबई.वंदे भारत शुरू किजिये
2) हुबली-सांगली-पुणे 558 किलोमिटर मार्गपर डायरेक्ट गाडी शुरू किजिये
आपसे अनुरोध है की जल्द से जल्दी येतो वंदे भारत शुरू करके इसका समय पत्र हजारी किया जाये और उद्घाटन किया जाये
आपका विश्वासू